कंजंक्टिवाइटिस का प्रकोप लगभग देश भर में व्याप्त है I ऐसे में अपनी आंखों की देखभाल करना अनिवार्य है। सभी सावधानियाँ बरतने के बाद भी यदि आपके आस-पास कोई व्यक्ति इससे संक्रमित है, तो यह अनिवार्य रूप से आपको भी हो सकता है, सावधानी न बरतने पर इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं- जैसे दृष्टि का धुंधला होना, संक्रमण अधिक समय तक रहना आदिI
क्या है कंजंक्टिवाइटिस
कंजंक्टिवाइटिस (नेत्र शोथ ) को आमतौर पर आई फ्लू या आँखें लाल हो जाने के रूप में जाना जाता हैI यह आंख की बाहरी झिल्ली को प्रभावित करता है। यह वायरस, बैक्टीरिया या एलर्जी के कारण होता है, जिसके परिणामस्वरूप लालिमा, खुजली, आँखों में रौशनी पड़ने से असुविधा, सूजन जैसे लक्षण होते हैंI मानसून में इस समस्या के बढ़ने के खतरा अधिक होता हैI वैसे तो इस संक्रमण की सर्वाधिक अवधि एक सप्ताह है किन्तु कुछ मामलों में यदि लापरवाही बरती गयी तो यह ज्यादा दिनों तक भी रह सकता हैI यदि आप कंजंक्टिवाइटिस के दौरान कुछ उपाय या सावधानी बरतें तो इससे जल्दी आराम मिल सकता है I
1.आँखों को रगड़ें नहीं,कला चस्मा पहने
आई फ्लू के दौरान आँखों की संवेदनशीलता बढ़ जाती है, उन्हें रगड़ने से और जलन हो सकती है, तथा संक्रमण बढ़ सकता है,इसके अलावा यह दूसरों में भी संक्रमण फैला सकता है। इसलिए रगड़ने से बचें व कला चश्मा पहने,ये आपको तेज रौशनी से होने वाली परेशानी और आपसे अन्य लोगों तक संक्रमण फैलने से बचाएगाI
2. हांथों को साफ़ रखें , आँखे गर्म पानी से धोएं
कंजंक्टिवाइटिस के दौरान अपने हांथों को साफ़ रखें, बार-बार उन्हें छूने से बचें, अपनी आंखों को साफ पानी से धोएं और दर्द और सूजन को कम करने के लिए उन्हें नरम, और साफ कपड़े से पोछेंI
3. डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें
संक्रमण के इलाज के लिए डॉक्टर द्वारा बताई गयी आई ड्राप डालने के सम्बन्ध में डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें। उपचार का कोर्स पूरा करना भी आवश्यक है, भले ही आपको आराम मिल गया हो, लेकिन दोबारा संक्रमण न हो इसके लिए चिकित्सीय निर्देशों का पालन करना आवश्यक हैI
4. कंजंक्टिवाइटिस के दौरान आई मेकअप से बचें
आँखों में आराम मिलने के दौरान आई मेकअप से बचना चाहिये और नियमित रूप से तकिए, तौलिए और चादर को बदलकर व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना पुन: संक्रमण को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, आई ड्रॉप, आई मेकअप और कांटेक्ट लेंस जैसी चीजों को को शेयर करने से बचेंI
यदि उपचार या इन सब सावधानियों के बावजूद आराम न मिल रहा हो तो डॉक्टर से दोबारा संपर्क करेंI आंखों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने से न केवल रिकवरी प्रक्रिया में तेजी आती है, बल्कि अन्य लोगों को संभावित संक्रमण से भी बचाया जा सकता है।
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