मीनोपॉज के दौरान त्वचा की समस्याएं: मीनोपॉज( रजोनिवृति ) को एक स्त्री के जीवन में उस समय के रूप में परिभाषित किया जाता है जब उसे लगातार 12 महीनों तक पीरियड्स नहीं होते हैंI यह महिलाओं के जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है क्योंकि इस दौरान महिलाएँ कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव से गुजरती हैंI ये बदलाव क्रमशः बाल झड़ना, वजन बढ़ना एवं हार्मोनल परिवर्तन के रूप में देखे जा सकते हैं हालाँकि इसका असर त्वचा पर सबसे अधिक दिखाई पड़ता हैI
क्या हैं संकेत
एक साक्षात्कार में, द एस्थेटिक क्लीनिक्स के त्वचा विशेषज्ञ, कॉस्मेटिक त्वचा विशेषज्ञ और डर्मेटोलोजिस्ट डॉ रिंकी कपूर ने मीनोपॉज के सबसे आ म संकेतों व लक्षणों का खुलासा किया जैसे – सूखी दिखने वाली त्वचा, झुर्रियाँ और रेखाएँ, सूजे हुए गाल, चकत्ते, त्वचा में खुजली, फॉर्मिकेशन, मुँहासे, लालिमा और त्वचा की संवेदनशीलता में वृद्धि, चेहरे में बालों का आना, हाँथों और पैरों की त्वचा का मोटा हो जाना, प्रजनन अंगों के आसपास की त्वचा में परिवर्तन आदि! उन्होंने कहा, “अन्य सामान्य लक्षणों में त्वचा का गरम रहना, रात में पसीना, मूड स्विंग, अवसाद और नींद न आना, योनि में सूखापन, जलन, योनि में लगातार संक्रमण, यौन संपर्क के दौरान असुविधा और दर्द शामिल हैं।
मीनोपॉज के दौरान क्यूँ होते है ये परिवर्तन
डर्मेटोलोजिस्ट ने बताया कि “मुख्य रूप से शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट के कारण, उत्पन होती है,चूंकि एस्ट्रोजन आमतौर पर जननांग, चेहरे और निचले अंगों में अधिक मात्रा में मौजूद होता है, इसलिए इसकी कमी इन हिस्सों की त्वचा पर सबसे अधिक दिखाई देती है। एस्ट्रोजन त्वचा का लचीलापन और हाइड्रेशन बनाये रखता है। जब इसका स्तर गिरता है, तो त्वचा खुद को मॉइस्चराइज नहीं कर पाती साथ ही यह सेल टर्नओवर चक्र को भी कम करता है और सीबम या तेल उत्पादन को बढ़ाता है। मीनोपॉज के दौरान त्वचा सम्बन्धी समस्याएँ अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करके दूर की जा सकती है, यही नहीं त्वचा को स्वस्थ और चमकदार भी रख सकते हैंI आइये जानते है कुछ उपाय जिनसे आप रजोनिवृति के दौरान भी अपनी त्वचा को स्वस्थ रख सकते हैंI
मीनोपॉज के दौरान स्वस्थ जीवन शैली अपनाएँ
स्वस्थ जीवन शैली अपनाने से मीनोपॉज के दौरान त्वचा सम्बन्धी समस्याओं को काफी हद तक दूर किया जा सकता है,जैसे रोजाना व्यायाम करें, अच्छे आहार और पोषण पर ध्यान दें, शराब और अन्य मादक पदार्थों से दूर रहें या कम मात्रा में सेवन करेंI नियमित से रूप से किसी अच्छे तेल का उपयोग करके चेहरे की मालिश करें। यह रक्त संचार को बढाने में मदद करता है और कोलेजन उत्पादन में वृद्धि करता है।
त्वचा को हाइड्रेटेड रखें
किसी सॉफ्ट फेस क्लींजर से चेहरे को नियमित धोएं ज्यादातर क्रीम या जेल क्लींजर अच्छे रहते हैI पराबीन रहित मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें, इससे चेहरे की त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में मदद मिलती हैI हाइलूरोनिक एसिड, फैटी एसिड, स्क्वालेन और सेरामाइड्स वाले उत्पादों का प्रयोग करना भी त्वचा की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता हैI नियमित रूप से स्क्रब का इस्तेमाल करें जो त्वचा को नुकसान न पहुंचाए। ग्लाइकोलिक एसिड जैसे एएचए युक्त स्क्रब डेड सेल्स को हटाने और सेल टर्नओवर में सुधार करने में सहायक होते हैं, इनसे सप्ताह में एक बार स्क्रबिंग करेंI
इस प्रकार कुछ बदलाव व देखभाल से आप मीनोपॉज के दौरान त्वचा सम्बन्धी समस्याओं से मुक्ति पा सकती हैं, आशा है यह लेख आपको पसंद आया होगाI
यह भी पढ़ें; स्तनपान आपूर्ति कैसे बढ़ा सकती हैं माताएं !विश्व स्तनपान सप्ताह