करेला निश्चित रूप से हर किसी की पसंदीदा सब्जी नहीं हैI करेले का नाम लेते ही मुहँ में उसकी कड़वाहट घुल जाती है, लेकिन क्या आप जानते है कि स्वाद में कड़वा लगने वाला करेला वास्तव में गुणों की खान है,विशेषकर मधुमेह रोगयों के लिए तो ये किसी वरदान से कम नहींI–आइए करेले के स्वास्थ्य लाभों पर एक नज़र डालें और यह मधुमेह रोगियों के लिए कैसे उपयोगी हैI
करेले में पाए जाने वाले पोषक तत्व
कार्बोहाइड्रेट, फाइबर प्रोटीन, वसा, विटामिन सी, विटामिन एफोलेट, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन तथा मैग्नीशियमइसमें प्रचुर मात्र में पाए जाते हैं, ये पोषक तत्व आपको मात्र करेले के 100 ग्राम नियमित सेवन से मिल सकते हैंI
करेला रक्त शर्करा नियंत्रण में लाभकारी
करेला रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में के लिए सबसे अधिक जाना जाता है। इसमें चारेंटिन और पॉलीपेप्टाइड-पी जैसे यौगिक होते हैं, जो इंसुलिन जैसे प्रभाव डाल सकते हैं और कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोज अपटेक को बढ़ा सकते हैं, जिससे रक्त शर्करा नियंत्रण में सुधार होता है जो कि मधुमेह वाले व्यक्तियों या जन्हें मधुमेह का खतरा हो सकता है उनके लिए गुणकारी हैI
एंटीऑक्सीडेंटसे भरपूर है करेला
करेला विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सिडेंट का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने में मदद करता है। ये एंटीऑक्सिडेंट सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए व पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी भूमिका निभाते हैं।
ह्रदय को स्वस्थ रखता है
करेला कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करके दिल को स्वस्थ रखने में योगदान कर सकता है। इसमें ऐसे यौगिक होते हैं जो लीवर में कोलेस्ट्रॉल जमा होने से रोकते है और हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं।
पाचनतंत्र में करे सुधार, वजन रखे नियंत्रित
पाचन सम्बन्धी परेशानियों को दूर करने में और पेट साफ रखने में करता है। यह कब्ज को कम करने और आंतों को स्वच्छ रखने में मदद कर सकता है। कैलोरी में कम और फाइबर में उच्च होने के कारण, करेला वजन को नियंत्रित करने में फायदेमंद हो सकता है। फाइबर फ़ूड डाईट कंट्रोल करने ,ओवरईटिंग को रोकने और वजन घटाने में मदद करते हैI
इम्यून सिस्टम बढ़ाये, त्वचा और लीवर को रखे स्वस्थ
इसमें पाया जाने वाला विटामिन-सी शरीर के इम्यून सिस्टम को बढ़ाने, संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में शरीर की मदद करता है साथ ही विटामिन-सी टूटे सेल्स को जोड़ने में और कोलेजन उत्पादन के त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायता करते हैI कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि करेला में यकृत-सुरक्षात्मक गुण होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करके लीवर को फिट रखने में मदद सकते हैं।
एंटीऑक्सिडेंट और कैल्शियम से भरपूर
करेला से भरपूर होता एंटीऑक्सिडेंट है, जो शरीर में किसी भी प्रकार की सूजन को कम करने में मदद करता हैI कैल्शियम से भरपूर होने के कारण हड्डियों को मजबूत बनाए रखने और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में भी मदद करता हैI
करेला खाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
कुछ सावधानियां हैं जिन्हें आपको करेला खाने से पहले ध्यान में रखना चाहिए जैसे कुछ व्यक्तियों को करेला से एलर्जी हो सकती है। यदि आपको किसी भी प्रकार की फ़ूड एलर्जी हुई है, तो सतर्कता बरतेI जबकि करेला रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है फिर भी इसके अत्याधिक सेवन से हाइपोग्लाइसीमिया (निम्न रक्त शर्करा) हो सकता है। यदि आपको मधुमेह है या मधुमेह की दवाएं हैं, तो इसकी सही मात्रा निर्धारित करने के लिए डॉक्टर से परामर्श लें I करेले के अधिक सेवन से गैस, मतली या दस्त हो सकते हैं । इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए इसका सेवन कम मात्रा में करें।
करेला बेहद कड़वा होता है। खाना पकाने से पहले इसे नमक के पानी में भिगोने या उबालने से कड़वाहट को कम करने और इसे अधिक स्वादिष्ट बनाने में मदद मिल सकती है। यदि सही मात्रा में करेले का उपयोग किया जाये तो यह एक बेहद गुणकारी औषधि का काम कर सकताI
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